मानवता में कुछ गिने चुने, थोड़े से व्यक्ति
शुद्ध सोने में बदलने
के लिए तैयार हैं और
ये बिना हिंसा के शक्ति को,
बिना विनाश के वीरता को और
बिना विध्वंस के साहस को
अभिव्यक्त कर सकेंगे।
श्री मां
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